दक्षिण चीन सागर में बढ़ता तनाव
दक्षिण चीन सागर प्राकृतिक संसाधनों (तेल, गैस, मछली) और ट्रिलियन डॉलर के व्यापार के कारण अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
विवाद में शामिल देश: चीन, फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान
नाइन-डैश लाइन: चीन का यह दावा लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर को अपने क्षेत्र में बताता है, जो अन्य देशों के दावों के साथ टकराता है।
अंतर्राष्ट्रीय अदालत का निर्णय: 2016 में, अंतर्राष्ट्रीय न्यायाधिकरण ने चीन के दावों को अवैध ठहराते हुए फिलीपींस के पक्ष में फैसला सुनाया
फिलीपींस ने समुद्री संप्रभुता के लिए 'समुद्री क्षेत्र अधिनियम' और 'द्वीपसमूह समुद्री मार्ग अधिनियम' जैसे कानून लागू किए हैं।
चीन ने स्कारबोरो शोल और स्प्रैटली द्वीप समूह में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाई है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है।
चीन और फिलीपींस के जहाजों के बीच टकराव की घटनाएँ बढ़ी हैं, जिनमें टक्कर मारना और पानी की बौछारें डालना शामिल है।
इस विवाद का असर केवल क्षेत्रीय देशों पर ही नहीं, बल्कि वैश्विक व्यापार और शिपिंग मार्गों पर भी हो सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय संगठन जैसे संयुक्त राष्ट्र और ASEAN इस विवाद को हल करने के लिए भूमिका निभा सकते हैं।
दक्षिण चीन सागर में बढ़ता तनाव Growing tensions in the South China Sea
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