सौरमंडल में पृथ्वी (Earth In The Solar System)
Earth In The Solar System: जानें कैसे हमारी ग्रह, सूरज के चारों ओर घूमती है और जीवन के लिए उपयुक्त एकमात्र ग्रह है। इस लेख में पृथ्वी की संरचना, वातावरण, जलवायु, और इसकी सौर मंडल में भूमिका के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करें।
सौरमंडल में पृथ्वी (Earth In The Solar System) जानना हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है।
1 ) सूर्य चंद्रमा तथा वे सभी वस्तुएं जो रात के समय आसमान में चमकती ,है खगोलीय पिंड कहलाती है.
2 ) कुछ खगोलीय पिंड बड़े आकार वाले तथा गर्म होते हैं। यह गैसों से बने होते हैं। उनके पास अपनी ऊष्मा तथा प्रकाश होता है। जिसे वह बहुत बड़ी मात्रा में उत्सर्जित करते हैं। इन खगोलीय पिंडों को तारे कहते हैं। सूर्य भी एक तारा है.
3 ) रात्रि में आसमान की ओर देखते समय आप तारों के विभिन्न समूह द्वारा बनाई गई विविध आकृतियों को देख सकते हैं यह नेत्र मंडल कहलाते हैं। अर्सा मेजर या बिग बियर इसी प्रकार का एक नक्षत्र मंगल है.
4 ) बहुत आसानी से पहचान में आने वाला नक्षत्र मंगल है। स्मॉल बियर या सप्तर्षि (सप्त-सात , ऋषि – संत) यह सात तारों का समूह है जो की एक बड़े नक्षत्र मंडल अर्सा मेजर का भाग है.
5 ) प्राचीन समय में लोग रात्रि में दिशा का निर्धारण तारों की सहायता से करते थे। उत्तरी तारा उत्तर दिशा को बताता है। इसे ध्रुव तारा भी कहा जाता है। यह आसमान में हमेशा एक ही स्थान पर रहता है.
6 ) कुछ खगोलीय पिंडों में अपना प्रकाश एवं ऊष्मा नहीं होती है। वह तारों के प्रकाश से प्रकाशित होते हैं। ऐसे पिंड ग्रह कहलाते हैं। ग्रह जिसे अंग्रेजी में प्लेनेट कहते हैं ग्रीक भाषा के प्लेनेटाई शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है परिभ्रमक अर्थात चारों ओर घूमने वाले।
सौरमंडल
सूर्य ,आठ ग्रह ,उपग्रह तथा कुछ अन्य खगोलीय पिंड जैसे , क्षुद्र ग्रह एंव उल्कापिंड मिलकर सौरमंडल का निर्माण करते है। उसे हम सौर परिवार का नाम देते है, जिसका मुखिया सूर्य है।
सूर्य
सूर्य सौरमंडल के केंद्र में स्थित है। सूर्य सौरमंडल के लिए प्रकाश एवं ऊष्मा का एकमात्र स्रोत है। लेकिन हम इसकी अत्यधिक तेज उष्मा को महसूस नहीं करते हैं क्योंकि सबसे नजदीक का तारा होने के बावजूद यह हमसे बहुत दूर है सूर्य पृथ्वी से लगभग 15 करोड़ किलोमीटर दूर है.
ग्रह
1 ) हमारे सौरमंडल में आठ ग्रह है। सूर्य से दूरी के अनुसार वह है ,बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस तथा नेपच्यून।
2 ) सौरमंडल के सभी आठ ग्रह एक निश्चित पथ पर सूर्य का चक्कर लगाते हैं। यह रास्ते दिर्घृत्तकार में फैले हुए हैं। यह कक्षा कहलाते हैं। बुध सूर्य के सबसे नजदीक है। अपनी कक्षा में सूर्य के चारों ओर एक चक्कर लगाने में इसे केवल 88 दिन लगते हैं ,शुक्र को पृथ्वी का जुड़वा ग्रह माना जाता है। क्योंकि इसका आकार एवं आकृति लगभग पृथ्वी के ही समान है.
3 )अभी तक प्लूटो को भी एक ग्रह माना जाता था। परंतु अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संगठन ने अपनी बैठक (अगस्त 2006) में यह निर्णय लिया कि कुछ समय पहले खोजे गए अन्य खगोलीय पिंड( 2003 UB313, सिरस ) तथा प्लूटो बौने ग्रह कहे जा सकते हैं.
पृथ्वी
1 ) सूर्य से दूरी के हिसाब से पृथ्वी तीसरा ग्रह है। आकर में, यह पांचवा सबसे बड़ा ग्रह है। यह ध्रुवों के पास थोड़ी छपती है। यही कारण है कि उनके आकार को भू-आभ कहा जाता है। भू-आभ का अर्थ है, पृथ्वी के समान आकार।
२) अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी नीले रंग की दिखाई पड़ती है, क्योंकि इसकी दो -तिहाई सतह पानी से ढकी हुई है। इसलिए इसे नीला ग्रह कहा जाता है.
चंद्रमा
1 ) हमारी पृथ्वी के पास केवल एक उपग्रह है चंद्रमा। इसका व्यास पृथ्वी के व्यास का केवल एक- चौथाई है। यह इतना बड़ा इसलिए प्रतीत होता है ,क्योंकि यह हमारे ग्रह से अन्य खगोलीय पिंडों की अपेक्षा नजदीक है। यह हमसे लगभग 3,84,400 किलोमीटर दूर है.
2 ) चंद्रमा पृथ्वी का एक चक्कर लगभग 27 दिन में पूरा करता है। लगभग इतने ही समय में यह अपने अक्ष पर एक चक्कर भी पूरा करता है। इसके परिणाम स्वरुप पृथ्वी से हमें चंद्रमा का केवल एक ही भाग दिखाई पड़ता है.
शुद्र ग्रह
1 ) तारों, ग्रहो एवं उपग्रह के अतिरिक्त असंख्य छोटे पिंड भी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। इन पिंडों को क्षुद्र ग्रह कहते हैं। यह मंगल एवं बृहस्पति की कक्षाओं के बीच पाए जाते हैं.
2 ) वैज्ञानिकों के अनुसार शुद्र ग्रह, ग्रह के भी ग्रह के ही भाग होते हैं, जो की बहुत वर्ष पहले विस्फोट के बाद ग्रहों से टूटकर अलग हो गए.
उल्का पिंड
1 ) सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले पत्थरों के छोटे-छोटे टुकड़ों को उल्का पिंड कहते हैं.
2 ) कभी-कभी यह उल्का पिंड पृथ्वी के इतने नजदीक आ जाते हैं कि उनकी प्रवृत्ति पृथ्वी पर गिरने की होती है। इस प्रक्रिया के दौरान वायु के साथ घर्षण होने के कारण यह गर्म होकर जल जाते हैं। फलस्वरुप चमकदार प्रकाश उत्पन्न होता है.
3 ) तारों वाले ,खुले आकाश, में एक और से दूसरी ओर तक फैली चौड़ी सफेद पट्टी की तरह, एक चमकदार रास्ते लाखों तारों का समूह है। यह पट्टी आकाशगंगा (मिल्की वे) है। हमारा सौरमंडल इस आकाशगंगा का एक भाग है.
4 ) प्राचीन भारत में इसकी कल्पना आकाश में प्रकाश की एक बहती नदी से की गई थी। इस प्रकार इसका नाम आकाशगंगा पड़ा था.
5 ) आकाशगंगा करोड़ तारों, बादलों तथा गैसों की एक प्रणाली है। इस प्रकार की लाखों आकाशगंगाए मिलकर ब्रह्मांड का निर्माण करती है.
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चलिए कुछ प्रश्न देखते है।
Q.1 हमारे सौर मंडल में पृथ्वी की स्थिति क्या है?
ANS. सौर मंडल में पृथ्वी की स्थिति-
- पृथ्वी हमारे सौर मंडल का तीसरा ग्रह है। यह सूर्य से तीसरी दूरी पर स्थित है। सौर मंडल में कुल आठ ग्रह हैं, और पृथ्वी सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में घूमती है।
- पृथ्वी की अनोखी बात यह है कि यह एकमात्र ऐसा ग्रह है जहां जीवन मौजूद है। इसके चारों ओर एक सुरक्षा कवच यानी वायुमंडल है, जो हमें सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है और हमें सांस लेने के लिए ऑक्सीजन देता है।
- पृथ्वी के अलावा, सौर मंडल में अन्य ग्रह हैं: बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस, और नेपच्यून। बुध और शुक्र पृथ्वी से छोटे और सूर्य के करीब हैं, जबकि बाकी के ग्रह बड़े और दूर हैं।
- पृथ्वी का अपना एक उपग्रह भी है जिसे हम चंद्रमा कहते हैं, जो पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है।
- सौर मंडल के ग्रहों में, पृथ्वी की स्थिति और अनुकूल परिस्थितियाँ इसे जीवन के लिए एक आदर्श जगह बनाती हैं।
Q.2 सौरमंडल में पृथ्वी कौन से नंबर पर है?
ANS.
- सौर मंडल में पृथ्वी सूर्य से तीसरे नंबर पर स्थित है। इसका मतलब है कि पृथ्वी सूर्य के सबसे पास वाले तीसरे ग्रह है।
- सौर मंडल में कुल आठ ग्रह हैं, जिनमें से बुध सबसे पहला, शुक्र दूसरा और पृथ्वी तीसरा ग्रह है। इसके बाद मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस, और नेपच्यून आते हैं।
- पृथ्वी की इस स्थिति की वजह से यहां जीवन के लिए सही तापमान और वातावरण बना रहता है, जिससे यह ग्रह जीवन के लिए सबसे अनुकूल है।
Q.3 सौरमंडल का पृथ्वी कितना प्रतिशत है?
ANS. सौर मंडल में पृथ्वी का आकार
- पृथ्वी सौर मंडल के सभी ग्रहों की तुलना में आकार में पाँचवा सबसे बड़ा ग्रह है। हालांकि, अगर हम पूरे सौर मंडल को देखें, जिसमें ग्रह, सूर्य, चंद्रमा और अन्य खगोलीय पिंड शामिल हैं, तो पृथ्वी का आकार बहुत छोटा है।
- अगर सौर मंडल के पूरे द्रव्यमान (mass) को 100% मानें, तो पृथ्वी का हिस्सा उसमें बहुत ही कम, लगभग 0.0003% होता है।
- इसका मतलब यह है कि सौर मंडल का सबसे बड़ा हिस्सा सूर्य के पास है, और बाकी ग्रहों का, जिसमें पृथ्वी भी शामिल है, बहुत ही छोटा हिस्सा होता है।
- इस छोटे आकार के बावजूद, पृथ्वी हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि यहीं जीवन पाया जाता है।
Q.4 पृथ्वी के सौर प्रणाली में कितने ग्रह हैं?
ANS. सौर प्रणाली में ग्रहों की संख्या
हमारी सौर प्रणाली में कुल आठ ग्रह हैं। ये सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर अपनी-अपनी कक्षाओं में घूमते हैं।
ये आठ ग्रह हैं-
- बुध (Mercury) – सबसे पहला और सूर्य के सबसे नजदीक।
- शुक्र (Venus) – दूसरा ग्रह, जिसे ‘सांझ का तारा’ भी कहते हैं।
- पृथ्वी (Earth) – तीसरा ग्रह, जहां जीवन है।
- मंगल (Mars) – चौथा ग्रह, जिसे ‘लाल ग्रह’ भी कहा जाता है।
- बृहस्पति (Jupiter) – पाँचवा और सबसे बड़ा ग्रह।
- शनि (Saturn) – छठा ग्रह, जो अपनी रिंग्स के लिए मशहूर है।
- यूरेनस (Uranus) – सातवां ग्रह, जो अपनी अनोखी घूर्णन धुरी के लिए जाना जाता है।
- नेपच्यून (Neptune) – आठवां और सबसे दूर का ग्रह।
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