UPSC की पढ़ाई कितने साल की होती है? upsc ki padhai kitne sal ki hoti he
परिचय
“जानें upsc ki padhai kitne sal ki hoti he, तैयारी में कितना समय लगता है, सही रणनीति, स्टडी प्लान और सफल होने के टिप्स सरल हिंदी में।”
भारत में UPSC (Union Public Service Commission) परीक्षा को सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक माना जाता है। लाखों छात्र हर साल IAS, IPS, IFS और अन्य प्रतिष्ठित सेवाओं में शामिल होने का सपना लेकर इस परीक्षा में बैठते हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल जो हर विद्यार्थी के मन में आता है वह यह है –
👉 “UPSC की पढ़ाई कितने साल की होती है?”
इसका उत्तर बहुत सी बातों पर निर्भर करता है –
-
आपकी रणनीति,
-
आपकी पढ़ाई की निरंतरता,
-
उपलब्ध समय,
-
और आपकी समझ।
यह सवाल लगभग हर छात्र के मन में आता है कि “UPSC की तैयारी में कितने साल लगते हैं?” इसका उत्तर यह है कि UPSC की तैयारी के लिए कोई निश्चित समय सीमा तय नहीं है। यह पूरी तरह से छात्र की मेहनत, समझ, रणनीति और लगातार प्रयास पर निर्भर करता है।
फिर भी सामान्य तौर पर देखा जाए तो—
-
अगर छात्र सही मार्गदर्शन, रणनीति और निरंतर पढ़ाई करता है तो 1.5 से 2 साल में UPSC की तैयारी अच्छे स्तर पर हो सकती है।
-
कई छात्र पहले ही प्रयास (1-2 साल) में सफल हो जाते हैं।
-
वहीं कुछ छात्रों को 3 से 4 साल भी लग जाते हैं क्योंकि हर साल प्रतियोगिता और कठिनाई का स्तर बढ़ता जाता है।
UPSC की पढ़ाई में कितना समय लगता है?
-
अगर आप फुल-टाइम तैयारी करते हैं और रोज़ाना 6–8 घंटे पढ़ाई कर सकते हैं, तो सामान्यत: 1.5 से 2 साल की पढ़ाई से UPSC क्लियर करना संभव है।
-
अगर आप कॉलेज या नौकरी के साथ तैयारी कर रहे हैं, तो इसमें 3 से 4 साल भी लग सकते हैं।
-
कई विद्यार्थी पहले ही प्रयास में सफल हो जाते हैं, जबकि कुछ को 2 से 3 प्रयास करने पड़ते हैं।
यानी, UPSC की पढ़ाई की कोई निश्चित समय सीमा नहीं है। यह पूरी तरह से आपकी मेहनत और रणनीति पर निर्भर करता है।
UPSC की तैयारी के चरण (Stages of UPSC Preparation)
UPSC परीक्षा की तैयारी को हम 3 मुख्य चरणों में बाँट सकते हैं:
1. बेसिक तैयारी (6–8 महीने)
-
NCERT किताबों (कक्षा 6–12) से बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर करना।
-
करंट अफेयर्स के लिए अखबार (The Hindu, Indian Express) पढ़ने की आदत डालना।
-
बेसिक नोट्स बनाना।
2. एडवांस तैयारी (1 से 1.5 साल)
-
स्टैंडर्ड किताबें जैसे –
-
राजनीति विज्ञान (M. Laxmikant)
-
इतिहास (Spectrum, Bipin Chandra)
-
अर्थव्यवस्था (Ramesh Singh)
-
भूगोल (NCERT + G.C. Leong)
-
-
वैकल्पिक विषय (Optional Subject) का चयन और तैयारी।
-
उत्तर लेखन (Answer Writing) का अभ्यास।
-
टेस्ट सीरीज़ में भाग लेना।
3. पुनरावृत्ति व मॉक टेस्ट (6–8 महीने)
-
बार-बार Revision करना।
-
पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करना।
-
समय प्रबंधन और उत्तर लेखन की गति सुधारना।
UPSC तैयारी का औसत समय – टेबल के रूप में
छात्र की स्थिति | प्रतिदिन पढ़ाई का समय | तैयारी का औसत समय |
---|---|---|
फुल-टाइम तैयारी करने वाले छात्र | 6–8 घंटे | 1.5 से 2 साल |
कॉलेज/नौकरी के साथ पढ़ाई करने वाले | 3–4 घंटे | 3 से 4 साल |
पहली बार में सफल होने वाले | 6–8 घंटे | 1–2 साल |
कई प्रयास करने वाले | अनियमित | 4+ साल |
UPSC की तैयारी के लिए सही रणनीति
-
सही किताबों का चयन करें – ज्यादा किताबों में उलझने से बेहतर है कि सीमित किताबों को बार-बार पढ़ें।
-
करंट अफेयर्स पर पकड़ – अखबार और मासिक पत्रिकाएं (योजना, कुरुक्षेत्र) नियमित पढ़ें।
-
उत्तर लेखन का अभ्यास – Mains परीक्षा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।
-
मॉक टेस्ट दें – इससे आपकी गति, आत्मविश्वास और परीक्षा देने की क्षमता बढ़ती है।
-
निरंतरता रखें – रोज़ाना नियमित पढ़ाई सबसे बड़ी कुंजी है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs on UPSC Study Time)
Q.1 UPSC की पढ़ाई कितने साल की होती है?
👉 सामान्यत: 1.5 से 2 साल में तैयारी हो जाती है, लेकिन औसतन छात्रों को 2–3 साल लगते हैं।
Q.2 क्या बिना कोचिंग के UPSC की तैयारी हो सकती है?
👉 हाँ, अगर आपके पास सही किताबें, मार्गदर्शन और अनुशासन है तो बिना कोचिंग भी UPSC क्लियर किया जा सकता है।
Q.3 UPSC की तैयारी के लिए रोज़ाना कितने घंटे पढ़ना चाहिए?
👉 कम से कम 6–8 घंटे पढ़ाई जरूरी है।
Q.4 क्या नौकरी के साथ UPSC की तैयारी संभव है?
👉 हाँ, लेकिन इसमें अधिक समय (3–4 साल) लग सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
तो, UPSC की पढ़ाई कितने साल की होती है? इसका कोई निश्चित जवाब नहीं है।
-
अगर आप गंभीरता और अनुशासन से पढ़ाई करते हैं तो 1.5 से 2 साल में ही UPSC की तैयारी पूरी हो सकती है।
-
औसतन छात्रों को 2 से 3 साल लगते हैं।
-
सफलता की कुंजी है – सही दिशा + निरंतर मेहनत + धैर्य।
अगर आप नियमित रूप से तैयारी करते हैं, सही रणनीति अपनाते हैं और हार न मानते हैं तो UPSC में सफलता निश्चित है।