ASOSAI 2024 भारत की अध्यक्षता और गिरीश चंद्र मुर्मू का नेतृत्व ASOSAI 2024 Presidency of India and leadership of Girish Chandra Murmu

ASOSAI 2024 Presidency of India and leadership of Girish Chandra Murmu

ASOSAI और गिरीश चंद्र मुर्मू: सार्वजनिक लेखा परीक्षा में भारत की बढ़ती भूमिका

भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) गिरीश चंद्र मुर्मू को 2024-2027 के लिए एशियाई सर्वोच्च लेखा परीक्षा संस्थानों के संगठन (ASOSAI) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि यह सार्वजनिक लेखा परीक्षा में देश की अग्रणी स्थिति को रेखांकित करती है। ASOSAI (Asian Organization of Supreme Audit Institutions) एशिया के 48 सर्वोच्च लेखा परीक्षा संस्थानों का संगठन है, जो पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सरकारी व्यय का लेखा परीक्षण करता है।

ASOSAI 2024: भारत की अध्यक्षता और गिरीश चंद्र मुर्मू का नेतृत्व ASOSAI 2024: Presidency of India and leadership of Girish Chandra Murmu

आज हम ASOSAI 2024 Presidency of India and leadership of Girish Chandra Murmu के बारे में जानने वाले है।

ASOSAI का परिचय

ASOSAI का गठन 1979 में हुआ था, और यह इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशन्स (INTOSAI) के तहत आता है। इसका मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक लेखा परीक्षा संस्थानों को सहयोग प्रदान करना, पारदर्शिता बढ़ाना, और सरकारी वित्तीय प्रणालियों की जवाबदेही सुनिश्चित करना है। ASOSAI सदस्य देशों के सर्वोच्च लेखा संस्थानों के साथ अनुभव और ज्ञान साझा करने का एक मंच है।

गिरीश चंद्र मुर्मू की भूमिका और महत्व

गिरीश चंद्र मुर्मू, जो कि वर्तमान में भारत के CAG हैं, ASOSAI की अध्यक्षता के लिए चुने गए हैं। उनका कार्यकाल 2024 से 2027 तक रहेगा। मुर्मू ने पहले भी विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और उनकी नियुक्ति ASOSAI में भारत की भूमिका को और सुदृढ़ करेगी। उनकी अध्यक्षता के दौरान, ASOSAI के तहत कई नई कार्यशालाएँ और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो सदस्य देशों की लेखा परीक्षा क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण होंगे।

ASOSAI 2024 की बैठकें और प्रस्ताव

ASOSAI की 16वीं असेंबली में, 42 देशों के 200 से अधिक प्रतिनिधि एकत्रित हुए और उन्होंने कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। कुछ महत्वपूर्ण निर्णय इस प्रकार थे:

  • राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों की लेखा परीक्षा: इस कार्य समूह का नेतृत्व मलेशिया करेगा।
  • आईटी लेखा परीक्षा और डेटा एनालिटिक्स: यह समूह SAI इंडिया द्वारा संचालित किया जाएगा।
  • क्षेत्रीय और नगरपालिका लेखा परीक्षा: इस पर कार्य समूह का नेतृत्व रूस करेगा।

भारत के लिए ASOSAI की अध्यक्षता का महत्व

ASOSAI की अध्यक्षता भारत के लिए एक बड़ा सम्मान है और यह देश के वैश्विक लेखा परीक्षक समुदाय में बढ़ते प्रभाव को दिखाता है। यह भारत की सरकार के वित्तीय अनुशासन और पारदर्शिता को और मजबूत करेगा, जिससे देश में सरकारी खर्चों की जवाबदेही और सटीकता सुनिश्चित की जा सकेगी।

CAG: भारत का सर्वोच्च लेखा परीक्षक

भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) का कार्य मुख्य रूप से केंद्र और राज्य सरकारों के खर्च की लेखा परीक्षा करना है। इसका गठन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 148 के तहत किया गया था। CAG की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है और इसका कार्यकाल छह साल का होता है। इसकी रिपोर्टें संसद और राज्य विधानसभाओं को प्रस्तुत की जाती हैं।

गिरीश चंद्र मुर्मू: जीवन परिचय

गिरीश चंद्र मुर्मू का जन्म 21 नवंबर 1959 को ओडिशा के मयूरभंज जिले में हुआ था। उन्होंने उत्कल विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री और बर्मिंघम विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने भारत के 14वें नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के रूप में कार्यभार संभाला और वे अंतर-संसदीय संघ के बाहरी लेखा परीक्षक भी रहे हैं।

ASOSAI के लक्ष्यों की दिशा में प्रगति

ASOSAI की अध्यक्षता के तहत, भारत आने वाले वर्षों में लेखा परीक्षा प्रक्रियाओं को और पारदर्शी बनाने और वित्तीय अनुशासन में सुधार करने पर काम करेगा। ASOSAI की 2022-2027 रणनीतिक योजना के लक्ष्यों की मध्यावधि समीक्षा में इस दिशा में की गई प्रगति का आकलन किया गया। बैंकॉक घोषणा 2021 के परिणाम भी इसमें शामिल हैं, जो ऑडिटिंग को और प्रभावी बनाने पर केंद्रित हैं।

भविष्य की योजनाएँ और चुनौतियाँ

ASOSAI की गवर्निंग बोर्ड की 60वीं बैठक में, 2022-2027 की रणनीतिक योजना के मध्यावधि समीक्षा के साथ-साथ बैंकॉक घोषणा 2021 पर चर्चा की गई। इसके अलावा, नए सहयोग और विनियामक सुधार भी पेश किए गए, जिससे पूरे एशिया में सार्वजनिक प्रशासन को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाया गया। ASOSAI का उद्देश्य वित्तीय पारदर्शिता को बढ़ावा देना और यह सुनिश्चित करना है कि सरकारें सार्वजनिक धन के उपयोग के प्रति जवाबदेह हों।

सारांश-

ASOSAI की अध्यक्षता भारत के CAG गिरीश चंद्र मुर्मू के लिए एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। यह न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे एशिया के लेखा परीक्षक समुदाय के लिए एक बड़ा कदम है। ASOSAI के तहत सार्वजनिक लेखा परीक्षा प्रक्रियाओं को और पारदर्शी और जवाबदेह बनाने की दिशा में काम किया जाएगा, जिससे भारत की वैश्विक लेखा परीक्षा नेतृत्व में स्थिति और सुदृढ़ होगी।

Leave a comment