NDA exam syllabus 2025

NDA exam syllabus 2025

Contents hide
1 NDA exam syllabus 2025
1.1 एनडीए परीक्षा (NDA Examination) का विस्तृत विवरण और सिलेबस

एनडीए परीक्षा (NDA Examination) का विस्तृत विवरण और सिलेबस

एनडीए (National Defence Academy) परीक्षा के बारे में-

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा भारतीय सशस्त्र बलों की तीन शाखाओं – थलसेना, नौसेना और वायुसेना में अधिकारियों की भर्ती के लिए होती है। हर साल दो बार यह परीक्षा आयोजित की जाती है – एनडीए I और एनडीए II।

nda exam syllabus 2025

आज हम nda exam syllabus 2025 के बारे में जानने वाले है।

पात्रता मापदंड-

राष्ट्रीयता-
  • उम्मीदवार भारतीय नागरिक होना चाहिए, या
  • नेपाल या भूटान का नागरिक हो, या
  • तिब्बती शरणार्थी हो जो 1 जनवरी, 1962 से पहले भारत में स्थायी रूप से बसने के इरादे से आया हो।
लिंग और वैवाहिक स्थिति-
  • केवल अविवाहित पुरुष उम्मीदवार ही पात्र हैं।
आयु सीमा-
  • आयु सीमा UPSC द्वारा हर साल तय की जाती है। आमतौर पर, उम्मीदवार की आयु 16.5 से 19.5 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
शैक्षिक योग्यता-
  • थलसेना के लिए: किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण।
  • वायुसेना और नौसेना के लिए: किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा में फिजिक्स और मैथ्स के साथ उत्तीर्ण।

NDA exam syllabus 2025 परीक्षा का प्रारूप-

एनडीए परीक्षा 2025 का सिलेबस

एनडीए (राष्ट्रीय रक्षा अकादमी) परीक्षा भारत के संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में प्रवेश के लिए होती है। एनडीए परीक्षा 2025 के सिलेबस को दो भागों में विभाजित किया गया है: गणित और सामान्य योग्यता परीक्षा (GAT)। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

NDA परीक्षा में दो मुख्य पेपर होते हैं-

  1. गणित (Mathematics)-
  • कुल अंक: 300
  • समय: 2.5 घंटे
  • प्रश्नों की संख्या: लगभग 120
  1. सामान्य योग्यता परीक्षण (General Ability Test – GAT)-
  • कुल अंक: 600
  • समय: 2.5 घंटे
  • प्रश्नों की संख्या: 150

NDA exam syllabus 2025सिलेबस-

  1. गणित (Mathematics)-
  • अंकगणित (Algebra):
      • सेट्स, संबंध और कार्य
      • कॉम्प्लेक्स नंबर
      • द्विघात समीकरण
      • अनुक्रम और श्रेणी (Arithmetic, Geometric, Harmonic Progressions)
  • मैट्रिक्स और निर्धारक (Matrices and Determinants)-
      • मैट्रिक्स की प्रकार
      • निर्धारकों की गुणा, घटाना और जोड़ना
  • त्रिकोणमिति (Trigonometry)-
      • कोण और उनके मापन
      • त्रिकोणमितीय अनुपात
      • त्रिकोणमितीय पहचान
  • दिफरेंशियल कैलकुलस (Differential Calculus)-
      • सीमा और निरंतरता
      • अवकलन की विधियाँ
  • इंटीग्रल कैलकुलस (Integral Calculus)-
      • अनिश्चित इंटीग्रल
      • निश्चित इंटीग्रल
      • क्षेत्र के नीचे का क्षेत्रफल
  • साधारण रेखा ज्यामिति (Analytical Geometry)-
      • सीधी रेखा की समीकरण
      • वृत्त और अन्य शांकव खंड
  • आव्यूह और सदिश बीजगणित (Vector Algebra)-
      • सदिश और उनके अनुप्रयोग
  • अंतरिक्ष ज्यामिति (3D Geometry)-
      • रेखाएं और विमानों की स्थिति
  • अंकगणितीय ज्यामिति (Statistics and Probability)-
      • औसत, माध्य, बहुलक, विचलन
      • प्रायिकता के नियम और थ्योरम
  1. सामान्य योग्यता परीक्षण (GAT)-
  • भाग A: अंग्रेजी (English)-
      • शब्दावली
      • व्याकरण और प्रयोग
      • समझ और अनुवाद
  • भाग B: सामान्य ज्ञान (General Knowledge)-
  • भौतिकी (Physics)-
        • गति और बल
        • कार्य, ऊर्जा और शक्ति
        • ध्वनि, प्रकाश और चुंबकत्व
  • रसायन विज्ञान (Chemistry)-
        • रासायनिक अभिक्रियाएं
        • तत्वों की आवर्त सारणी
        • एसिड, बेस और साल्ट
  • सामाजिक अध्ययन (General Science)-
        • मानव शरीर और स्वास्थ्य
        • पर्यावरण और पारिस्थितिकी
  • इतिहास (History)-
        • प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारतीय इतिहास
        • स्वतंत्रता संग्राम
  • भूगोल (Geography)-
        • पृथ्वी की संरचना
        • भारत का भौगोलिक वितरण
        • मौसम और जलवायु
  • समाचार और समसामयिकी (Current Affairs)-
        • वर्तमान घटनाएँ
        • महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय घटनाएँ

चयन प्रक्रिया-

लिखित परीक्षा-
  • उम्मीदवार को गणित और सामान्य योग्यता परीक्षण में अलग-अलग पास होना आवश्यक है।
सेवा चयन बोर्ड (SSB) साक्षात्कार
  • लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को SSB साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है।
  • इसमें मनोवैज्ञानिक परीक्षण, समूह परीक्षण, व्यक्तिगत साक्षात्कार और कांफ्रेंस शामिल होते हैं।
चिकित्सा परीक्षा-
  • SSB साक्षात्कार में सफल उम्मीदवारों को चिकित्सा परीक्षा के लिए बुलाया जाता है।
अंतिम चयन-
  • सभी चरणों में सफल उम्मीदवारों की मेरिट सूची तैयार की जाती है और उन्हें प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाता है।

तैयारी के सुझाव-

  1. समय प्रबंधन: नियमित अध्ययन की आदत डालें और समय सारणी बनाएं।
  2. मूलभूत अवधारणाएँ: गणित और विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों को अच्छी तरह समझें।
  3. अभ्यास: नियमित रूप से मॉडल पेपर्स और पिछले साल के प्रश्नपत्र हल करें।
  4. शारीरिक फिटनेस: नियमित व्यायाम करें और स्वस्थ रहें।
  5. समाचार और समसामयिकी: रोजाना समाचार पढ़ें और अपडेट रहें।
  6. पुस्तकें और अध्ययन सामग्री: एनडीए के सिलेबस के अनुसार किताबें और अध्ययन सामग्री का उपयोग करें।

आज हमने NDA exam syllabus 2025 के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की है। एनडीए परीक्षा 2025 NDA exam syllabus 2025 के लिए अच्छी तैयारी के लिए उम्मीदवारों को उपरोक्त सिलेबस के सभी विषयों का गहन अध्ययन करना चाहिए। सही अध्ययन सामग्री का चयन और नियमित अभ्यास सफलता की कुंजी है।

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) परीक्षा का विस्तृत इतिहास

nda exam syllabus 2025 बहोत ही जटिल है ,किन्तु अच्छी प्लानिंग और लगन से पढाई की तो अपना लक्ष आप आसानीसे हासिल कर सकते हो।

1941 – स्थापना का विचार-
  • राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की स्थापना का विचार द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान आया। उस समय, ब्रिटिश भारतीय सेना ने महसूस किया कि एक संयुक्त सेवा अकादमी की आवश्यकता है, जो सेना, नौसेना और वायुसेना के अधिकारियों को एक साथ प्रशिक्षण दे सके।
1946 – कमीशन का गठन
  • 1946 में, एक कमीशन का गठन किया गया जिसे समिति द्वारा नेतृत्व दिया गया था, जिसमें फिल्ड मार्शल क्लॉड औचिनलेक और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने भाग लिया। इस कमीशन ने भारत में एक ऐसी संयुक्त सेवा अकादमी की स्थापना की सिफारिश की।
1947 – भारत की स्वतंत्रता और योजना
  • भारत की स्वतंत्रता के बाद, इस योजना को नए सिरे से देखा गया और इसमें तेजी लाई गई। जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में, भारतीय सरकार ने इसे प्राथमिकता दी और एक स्थायी स्थान की खोज शुरू की।
1949 – खड़कवासला हिल्स का चयन
  • 1949 में,खड़कवासला हिल्स के पास खड़कवासला, पुणे में एक उपयुक्त स्थल का चयन किया गया। यह स्थान पहाड़ियों और झीलों से घिरा हुआ था, जो इसे सैन्य प्रशिक्षण के लिए आदर्श बनाता था।
1954 – राष्ट्रीय रक्षा अकादमी की स्थापना
  • 6 अक्टूबर 1954 को, एनडीए का उद्घाटन किया गया। पहली बार एनडीए में सेना, नौसेना और वायुसेना के कैडेटों को एक साथ प्रशिक्षण देने का सिलसिला शुरू हुआ।
1955 – पहले बैच का पासिंग आउट
  • एनडीए का पहला पासिंग आउट परेड 1955 में हुआ, जिसमें कैडेटों ने अपनी कठिन प्रशिक्षण पूरी की और देश की सेवा के लिए तैयार हुए।
1974 – महिला कैडेटों का समावेश
  • 1974 में, एनडीए ने पहली बार महिला कैडेटों को शामिल किया। यह कदम भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका को मान्यता देने और उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए उठाया गया था।
1991 – एनडीए का पुनर्गठन
  • 1991 में, एनडीए में कई संरचनात्मक और पाठ्यक्रम से संबंधित बदलाव किए गए ताकि इसे आधुनिक सैन्य आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया जा सके।
2000 – डिजिटल युग का समावेश
  • सन् 2000 के बाद, एनडीए में डिजिटल शिक्षा और आधुनिक तकनीकी साधनों का समावेश किया गया। इससे कैडेटों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रशिक्षण प्राप्त हुआ।
2010 – पर्यावरणीय पहल
  • 2010 में, एनडीए ने पर्यावरणीय संरक्षण और हरित पहलुओं पर जोर दिया। अकादमी परिसर को अधिक हरित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए कई कदम उठाए गए।
2020 – कोविड-19 का प्रभाव
  • 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान, एनडीए ने ऑनलाइन शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का समायोजन किया ताकि कैडेटों का प्रशिक्षण निरंतर चल सके।

एनडीए परीक्षा का विकास

प्रारंभिक चरण
  • एनडीए की परीक्षा का प्रारंभिक चरण मुख्य रूप से लिखित परीक्षा पर आधारित था। यह परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है। इसमें गणित, सामान्य ज्ञान और अंग्रेजी के प्रश्न शामिल होते हैं।
1970 – साक्षात्कार और शारीरिक परीक्षण
  • 1970 के दशक में, एनडीए परीक्षा के प्रारूप में बदलाव किए गए और सेवा चयन बोर्ड (SSB) साक्षात्कार और शारीरिक परीक्षण को शामिल किया गया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि केवल सबसे योग्य और सक्षम उम्मीदवारों का चयन हो।
1990 – परीक्षा का पुनर्गठन
  • 1990 में, परीक्षा का पुनर्गठन किया गया और इसमें और अधिक कठोरता लाई गई। प्रश्नों की संख्या बढ़ाई गई और उनके स्तर को और भी चुनौतीपूर्ण बनाया गया।
2000 – ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
  • सन् 2000 के बाद, एनडीए परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई। इससे आवेदन प्रक्रिया अधिक सुविधाजनक और पारदर्शी बनी।
2015 – परीक्षा का डिजिटल युग में प्रवेश
  • 2015 में, एनडीए परीक्षा में डिजिटल तकनीकों का समावेश किया गया। परीक्षा के संचालन में तकनीकी उपकरणों का उपयोग शुरू हुआ, जिससे परीक्षा प्रक्रिया अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय बनी।
एनडीए की भूमिका और महत्व
  • एनडीए ने भारतीय सशस्त्र बलों के लिए उत्कृष्ट अधिकारियों को तैयार किया है। इसकी भूमिका केवल सैन्य प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह युवा कैडेटों में नेतृत्व, नैतिकता और अनुशासन के गुणों को भी विकसित करती है।
एनडीए के प्रमुख पूर्व छात्र
  • एनडीए ने कई प्रतिष्ठित सैन्य अधिकारियों को तैयार किया है, जिन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों में उच्चतम पदों पर सेवा की है। इनमें प्रमुख नाम जनरल बिपिन रावत, एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह, और एडमिरल सुनील लांबा शामिल हैं।
  • राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) ने अपनी स्थापना से लेकर आज तक भारतीय सशस्त्र बलों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसकी परीक्षा और प्रशिक्षण प्रक्रिया ने अनगिनत युवाओं को देश की सेवा के लिए तैयार किया है। एनडीए का इतिहास भारतीय सैन्य शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर है और यह आने वाले वर्षों में भी अपनी महानता को बनाए रखेगा।

अगर आप को UPSC संघ लोक सेवा आयोग का इतिहास और वर्तमान के बारे में जानना हे तो निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे

https://iasbharti.com/history-and-present-of-upsc-union-public-service-commission/#more-538

एनडीए परीक्षा न केवल एक चुनौतीपूर्ण परीक्षा है, बल्कि यह भारतीय सशस्त्र बलों में एक अधिकारी बनने का सुनहरा अवसर भी है। कठिन मेहनत, नियमित अध्ययन, और सही रणनीति से इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की जा सकती है। परीक्षा की तैयारी में सफलता की कुंजी है – आत्म-विश्वास और निरंतर अभ्यास।

इस विवरण से आप एनडीए परीक्षा 2025 nda exam syllabus 2025 की तैयारी को सही दिशा में ले जा सकते हैं। अपनी मेहनत और लगन से सफलता प्राप्त करें। शुभकामनाएं!

आप सभी छात्रों को एनडीए परीक्षा की तैयारी के लिए शुभकामनाएँ! अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी मेहनत और लगन से तैयारी करें। जय हिंद!

 

Leave a comment